संपूर्ण विद्याओं एवं कलाओं का जन्म
संपूर्ण विद्याओं एवं कलाओं का जन्म भगवान ऋषभदेव ने इन सभी पुत्रों-पुत्रियों को इंद्रच्छंदहार आदि अनेक आभूषणों से अलंकृत किया था। किसी समय भगवान ने ब्राह्मी-सुन्दरी दोनों पुत्रियों को अपने दायीं-बायीं ओर बिठाकर ब्राह्मी को अ, आ….. आदि अक्षर विद्या एवं सुंदरी को १, २, ३, ४ आदि गणित विद्या पढ़ाकर इसी अयोध्या नगरी में…