05.5 सम्यक्त्व, संज्ञित्व और आहार मार्गणा तथा उपयोग
सम्यक्त्व, संज्ञित्व और आहार मार्गणा तथा उपयोग ५.१ सम्यक्त्वमार्गणा- जिनेन्द्र भगवान द्वारा उपदेशित ६ द्रव्य, ९ पदार्थ, ५ अस्तिकाय आदि का यथार्थ श्रद्धान करना सम्यक्त्व मार्गणा है। इसके ६ भेद हैं- (१) उपशम सम्यक्त्व-चारित्र मोहनीय कर्म की चार (अनन्तानुबन्धी क्रोध/मान/माया/लोभ) तथा दर्शन मोहनीय कर्म की तीन (सम्यक्त्व, मिथ्यात्व व सम्यग्मिथ्यात्व) इन सात कर्म प्रकृतियों के…