06. हिमवन पर्वतादि के सरोवरों में कमलों में जिनमंदिर
हिमवन पर्वतादि के सरोवरों में कमलों में जिनमंदिर(त्रिलोकसार ग्रंथ से) अथ तेषां पर्वतानां नामादिकं गाथाद्वयेनाह- हिमवं महादिहिमवं णिसहो णीलो य रुम्मि सिहरी य। मूलोवरि समवासा मणिपासा जलणिहिं पुट्ठा।।५६५।। हिमवान् महादिहिमवान् निषध: नीलश्च रुक्मी शिखरी च। मूलोपरि समव्यासा मणिपाश्र्वा जलनिधिं स्पृष्टा:।।५६५।। हिमवं। हिमवान् महाहिमवान् निषधो नीलश्च रुक्मी शिखरी च, एते सर्वे मूलोपरि समानव्यासा: मणिमयपाश्र्वा जलनिधिं स्पृष्टा:।।५६५।।…