ब्राह्मी एवं सुन्दरी
ऋषभदेव भगवान की दो पुत्री थी | गणिनी आर्यिका श्री ब्राह्मी एवं सुन्दरी | ऋषभदेव भगवान ने इनको वर्णमाला लिपि एवं ब्राह्मी लिपि भी सिखाई |
ऋषभदेव भगवान की दो पुत्री थी | गणिनी आर्यिका श्री ब्राह्मी एवं सुन्दरी | ऋषभदेव भगवान ने इनको वर्णमाला लिपि एवं ब्राह्मी लिपि भी सिखाई |
ब्राह्मी-सुन्दरी ने दीक्षा क्यों ग्रहण की थी ? महापुराण के अन्तर्गत आदिपुराण ग्रन्थ के अनुसार भगवान ऋषभदेव ने अपनी पुत्री ब्राह्मी-सुन्दरी को युग की आदि में सर्वप्रथम विद्या ग्रहण कराया था अत: वे अपने पिता त्रैलोक्यगुरु के अनुग्रह से सरस्वती की साक्षात् प्रतिमा के समान बन गई थीं। पुन: भरत आदि पुत्रों को भी भगवान…
गणिनी आर्यिका ब्राह्मी-सुन्दरी आदि ब्रह्मा तीर्थंकर ऋषभदेव के दो रानियाँ थीं-यशस्वती और सुनन्दा। बड़ी रानी यशस्वती ने भरत, वृषभसेन आदि सौ पुत्रों को जन्म दिया, पश्चात् एक कन्या को जन्म दिया जिसका नाम ब्राह्मी रक्खा गया। सुनन्दा के कामदेव बाहुबली पुत्र हुए और एक कन्या हुई जिसका नाम सुन्दरी रक्खा गया। ये दोनों कन्यायें अपनी…