भगवान पद्मप्रभु चालीसा
श्री पद्मप्रभु चालीसा दोहा ऋषभदेव सुत भरत अरु, बाहुबली भगवान। इनके चरणों में करूँ, शत-शत बार प्रणाम।।१।। नेमिनाथ अरु पार्श्वप्रभु, को वंदूँ त्रयबार। विदुषी माता सरस्वती, की वाणी अनुसार।।२।। श्री पद्मप्रभु देव का, यह चालीसा पाठ। लिखने से सुख प्राप्त हो, मुझको है विश्वास।।३।। चौपाई पद्मप्रभु जी लाल वर्ण के, जन्मे थे इस आर्यखण्ड में।।१।।...