सीता की अग्नि परीक्षा
सीता की अग्नि परीक्षा रामायण सुनकर हे बंधू! क्या ऐसा तुम्हें न लगता है।मर्यादा पुरुषोत्तम का पद, क्या तुमको भ्रमित न करता है।।उस राम नाम से बनी हुई, रामायण गाई जाती है।सच पूछो उसमें सीता की ही, सहनशीलता आती है।।१।। कलियुग की नारी तो सीधे, न्यायालय का पथ अपनाती।अपने अपराधी पति को, कारावास के...