विघ्नहरण भगवान पार्श्वनाथ
विघ्नहरण भगवान पार्श्वनाथ लेखक-श्री प्रदीप कुमार जैन,बहराइच (उ.प्र.) (१) जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र में, नगर बनारस अति सुन्दर। राज्य करें नृप अश्वसेन, जिनके यहाँ जन्में तीर्थंकर।। (२) महल था नौ मंजिल का उनका, रानी थी वामा देवी। धन्य भाग्य थे उन दोनों के, जग में उनसा नहिं कोई।। (३) धनकुबेर प्रतिदिन रत्नों की, वर्षा...