आधुनिक पीढ़ी में खान-पान शुद्धि’’
आधुनिक पीढ़ी में खान-पान शुद्धि -प्रो. (डॉ.) विमला जैन ‘विमल’, फिरोजाबाद (उ.प्र.) आधुनिक पीढ़ी दिखे, सुन्दर, सभ्य, विशिष्ट, खान-पान भी शुद्ध हो, धर्म-समाज अभिष्ट । किन्तु विडम्बना आज की, रहा न हृदय विवेक, भक्ष्याभक्ष्य अज्ञात सब, आमिष-मिष हैं एक । जन्मत ‘मधु’ दिया मात ने, मदिरा दयी चटाय, माँ उरोज नहीं दूध था, डिब्बा दूध…