05.5 ध्यान के विषय में विशेष ज्ञातव्य
ध्यान के विषय में विशेष ज्ञातव्य ध्यान के विषय में ज्ञातव्य यद्यपि किसी शुभ अथवा अशुभ ध्येय में मन का केन्द्रित हो जाना तन्मय हो जाना यह ध्यान का लक्षण है। वह गंभीर चिन्ताओं मे भी गर्भित है। फिर भी आप स्थिर मुद्रा से स्थित होकर अपने इष्टदेव का चिन्तवन करने में तन्मय होने को…