03.3 कर्म प्रकृतियों में चार निक्षेप
कर्म प्रकृतियों में चार निक्षेप नाम, स्थापना, द्रव्य और भाव के भेद से कर्म चार तरह का है। इनमें पहला भेद संज्ञारूप है। प्रकृति, पाप, कर्म और मल ये कर्म की संज्ञायें हैं। इन संज्ञाओं को ही नामनिक्षेप से कर्म कहते हैं। निक्षेप का स्वरूप व चार भेद अब प्रकरणवश इन चार निक्षेपों का स्वरूप…