03.4 जैनाचार्यों द्वारा कर्म सिद्धान्त के गणित का विकास
जैनाचार्यों द्वारा कर्म सिद्धान्त के गणित का विकास कर्मविज्ञान—साहित्य निर्माता गहन कर्मसाहित्य, जिसमें गणित ने अप्रतिमरूप से प्रवेश किया, मुख्यत: दिगम्बर जैनाचार्यों द्वारा निर्मित है। सर्वप्रथम प्राय: ईसा की प्रथम सदी में आचार्य श्री गुणधर स्वामी ने कसायपाहुडसुत्त का २३३ (१८०) गाथाओं में निर्माण किया। यह श्रुत के चतुर्थ अङ्ग के ज्ञानप्रवाद नामक पांचवें पूर्व…