01.2 तीर्थंकर महावीर की दिव्यध्वनि के प्रसार में गौतम गणधर स्वामी का योगदान
तीर्थंकर महावीर की दिव्यध्वनि के प्रसार में गौतम गणधर स्वामी का योगदान इन्द्रभूति गौतम कैसे बने गणधर ? मगध देश में एक ब्राह्मण नाम का नगर था। वहाँ एक शांडिल्य नाम का ब्राह्मण रहता था। उसकी भार्या का नाम स्थंडिला था, वह ब्राह्मणी बहुत ही सुन्दर और सर्व गुणों की खान थी। इस दम्पति के…