02.3 नय व्यवस्था
नय व्यवस्था नय का स्वरूप जैनाचार्यों ने तत्त्वाधिगम के उपायों में प्रमाण के साथ नय का भी उल्लेख किया है; क्योंकि नय के द्वारा वस्तु के यथार्थ स्वरूप का परिज्ञान होता है। नय के स्वरूप को जानने के लिए उसके व्युत्पत्तिपरक लक्षणों को समझना अत्यावश्यक है अत: सर्वप्रथम उसके व्युत्पत्तिपरक लक्षणों का विवेचन किया जाता…