रुचकवरद्वीप के जिनमंदिर
रुचकवरद्वीप के जिनमंदिर तेरहवाँ द्वीप रुचक नाम का है। उसके मध्य में तपाये हुये सुवर्ण के समान कान्ति वाला वलयाकार रुचक नाम का पर्वत स्थित है।।६८।। वह विस्तार और उँचाई में महान् अंजनगिरि के समान (८४००० यो.) है। उसके शिखर के ऊपर पूर्व दिशा में ये आठ कूट माने गये हैं—कनक, कांचन, तपन, स्वस्तिक, सुभद्र,…