पुण्य-पाप पदार्थ
पुण्य-पाप पदार्थ शुभ भाव सहित ये जीव नियम से, पुण्यरूप हो जाते हैं।और अशुभ भाव से पापरूप, मिल नव पदार्थ कहलाते हैं।।साता प्रकृति शुभ आयु नाम, शुभगोत्र सुपुण्य प्रकृतियाँ हैं।इनसे उलटी जो अशुभ आयु, नामादिक पाप प्रकृतियाँ हैं।।३८।। शुभ और अशुभ भावों से सहित जीव नियम से पुण्यरूप और पापरूप होते हैं। सातावेदनीय, शुभ आयु,…