54. अतिशय क्षेत्र महावीर जी की ओर विहार
अतिशय क्षेत्र महावीर जी की ओर विहार (ज्ञानमती_माताजी_की_आत्मकथा) वर्षायोग समाप्त होने के बाद आचार्यश्री ने संघ सहित महावीर जी की ओर विहार करने का कार्यक्रम निश्चित किया। प्रतापगढ़ की जैन समाज ने यात्रा कराने की सारी जिम्मेदारी संभाली थी। मोतीचंद ने भी अपना एक चौका रास्ते में रखा था। ब्र. शीलाबाई, गेंदीबाई, कला, मनोरमा आदि...