84. इंद्रध्वज विधान, हस्तिनापुर में माताजी द्वारा वर्षायोग
इंद्रध्वज विधान, हस्तिनापुर में माताजी द्वारा वर्षायोग (ज्ञानमती माताजी की आत्मकथा) त्रिमूर्ति स्थापना- प्रतिष्ठा के बाद त्रिमूर्ति मंदिर में मुख्य वेदी में कमल बनवाया गया पुनः तीनों प्रतिमाजी खड़ी करने के लिए कमल रखे गये। २० जून १९८५, आषाढ़ शु. २ गुरुवार को बीचोंबीच के कमल पर भगवान ऋषभदेव की मूर्ति खड़ी की गयी। ...