तीर्थंकर मातृत्व का सर्वोत्कृष्ट फल
तीर्थंकर मातृत्व का सर्वोत्कृष्ट फल ‘‘तीर्थंकर बनते नहीं – नारी तीर्थंकर जनती है’’ यह अकाट्य सत्य है कि नारी जब तीर्थंकर पुत्र को जन्म देती है, लोक पूज्य बन जाती है देव इन्द्र आकर उसकी पूजा,स्तुति करते हैं। महान पुत्र की महान माता के गृह—आंगन में ही नहीं सम्पूर्ण नगरी में दिन में तीन—तीन बार…