सच्चे बांधव
सच्चे बांधव….. सुषमा-माताजी! इस संसार में अपने हितैषी सच्चे बांधव कौन हैं? आर्यिका-सुषमा! जो अपने को आत्महित के मार्ग में प्रेरित करें, वे ही अपने सच्चे बांधव हैं। देखो, श्री रविषेणाचार्य ने यही बात स्पष्ट कही है- ‘‘इस जगत में संसारी जीवों का वैसा हित न माता करती है न पिता, न बंधुवर्ग न मित्रगण…