03.3 निमित्त की बलवत्ता
निमित्त की बलवत्ता औषधि भी कर्म को शांत करने में निमित्त है ‘‘कृत्रिम होते हुये भी कर्म मूर्त ही है। यदि कर्म को मूर्त न माना जाय तो मूर्त औषधि के संबंध से परिणामांतर की उत्पत्ति नहीं हो सकती है अर्थात् रुग्णावस्था में औषधि सेवन करने से रोग के कारणभूत कर्मों में जो उपशांति आदि...