01.2 मध्यलोक
मध्यलोक एक राजु लम्बा-चौड़ा और एक लाख योजन ऊँचा मध्यलोक है। इस मध्यलोक में सभी द्वीप और समुद्र असंख्यात हैं। ये सब गोलाकार हैं। इनमें से पहले द्वीप का नाम जम्बूद्वीप है और अंतिम समुद्र का नाम स्वयंभूरमण समुद्र है। ये सब द्वीप-समुद्र एक दूसरे को वेष्टित किये हुए वलयाकार (चूड़ी के समान आकार के)...