सम्यक दर्शनचंद्रिका-स्वर्ण चित्रों से युक्त एक दुर्लभ अप्रकाशित पाण्डुलिपि!
सम्यक दर्शनचंद्रिका-स्वर्ण चित्रों से युक्त एक दुर्लभ अप्रकाशित पाण्डुलिपि —सुरेखा मिश्रा एवं अनुपम जैन सारांश सम्यक्दर्शनचंद्रिका आचार्य उमास्वामी द्वारा लिखित तत्वार्थ सूत्र (अपरनाम मोक्षशास्त्र) की टीका है। आचार्य उमास्वामी दिगम्बर जैन परंपरा के द्वितीय शताब्दी के आचार्य हैं। सम्प्रति तत्वार्थ सूत्र के ऊपर सर्वाधिक लगभग ३८ टीकायें उपलब्ध है। सम्यव्दर्शनचंद्रिका इन्हीं में से एक अप्रकाशित…