देववन्दना या सामायिक-विधि:
देववन्दना या सामायिक-विधि: (क्रियाकलाप से) नम: श्रीवीरनाथाय, सम्यग्बोधप्रहेतवे। सामायिकविधिं वक्ष्ये, पूर्वशास्त्रानुसारत:।।१।। कृति-कर्म सामायिक अथवा देववन्दना के समय संयतों और देश-संयतों को कृति-कर्म करना चाहिये । पाप कर्मों को छेदने वाले अनुष्ठान को कृति-कर्म कहते हैं अर्थात् जिन क्रियाओं से पाप कर्मों का नाश हो वह कृति-कर्म है। इस कृतिकर्म के सात भेद हैं। यथा- ...