परमात्मा :!
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:सूक्तियां ]] == परमात्मा : == जीवा: भवन्ति त्रिविधा:, बहिरात्मा तथा च अन्तरात्मा च। परमात्मान: अपि च द्विविधा:, अर्हन्त: तथा च सिद्धा च।। —समणसुत्त : १७८ जीव तीन प्रकार के होते हैं : बहिरात्मा, अन्तरात्मा और परमात्मा। परमात्मा के दो रूप हैं—अरिहंत और सिद्ध। निग्गहिए मणपसरे, अप्पा परमप्पा हवइ। —आराधनासार :…