व्यंतर देवों के परिवार देव
व्यंतर देवों के परिवार देव इन १६ इंद्रों में से प्रत्येक के प्रतीन्द्र, सामानिक, आत्मरक्ष, तीनों पारिषद, सात अनीक, प्रकीर्णक और आभियोग्य इस प्रकार से परिवारदेव होते हैं। मतलब देवों के जो इंद्र, सामानिक आदि दस भेद बताये गये हैं उसमें व्यंतरवासियों में त्रायिंस्त्रश और लोकपाल भेद नहीं होते हैं। अत: यहाँ आठ भेद कहे…