जैन विवाह विधि
सगाई से विदाई — कैसे हो तैयारी अधरों पर मुस्कान मधुर है, मन में ढेर सारे अरमान, मधुर स्वप्न से सजीली रातें ,गूंजेगें अब मंगल गान| दो परिवार मिले आपस में, दो दिलों ने प्रीत बढ़ाई, ऐसी योजना बने आपकी, यादगार हो जाये विदाई। सगाई की अंगूठी पहनते ही जीवन साथी भविष्य के मधुर स्वप्न…
विवाह संस्कार या दिखावा निकुंज जैन (संपादक) सत्यार्थी मिडिया आज अर्थ के युग में इंसान अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए दिन और रात को एक समान किये हुए है।, और जिसके पास अर्थ की प्रचुरता है वो उसके प्रदर्शन के लिए आतुर है और उसके पास संवेदनशीलता की अनुपस्थिति है और अपने धन के बल…
कैसे बनें लाड़ली बहू काजल, टीकी, बोर, नथ, महन बरी से बेस, बाई बनगी बीनणी, चली वीराने देस। हाथों मेहंदी राचणी , सिंदूर शोभे शीश, दूधा न्हां पूतां फलों , मायड़ दी आशीष। अग्नि का साक्ष्य, रिवाजों की डगर, सुहाग के गीत, शहनाई की गूंज के साथ दो परिवारों को जोड़ने की भावना, अपने आपको…