भगवान श्री श्रेयांसनाथ जिनपूजा!
भगवान श्री श्रेयांसनाथ जिनपूजा अथ स्थापना अडिल्लछंद श्री श्रेयांस जिन मुक्ति रमा के नाथ हैं। त्रिभुवन पति से वंद्य त्रिजग के नाथ हैं।। गणधर गुरु भी नमें नमाकर शीश को। आह्वानन कर जजूँ नमाऊँ शीश को।।१।। ॐ ह्रीं श्रीश्रेयांसनाथजिनेंद्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीश्रेयांसनाथजिनेंद्र! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनं। ॐ ह्रीं…