जंबूद्वीपभक्ति (पद्यानुवाद)
जंबूद्वीपभक्ति (पद्यानुवाद) मेरु सुदर्शन गिरि को मस्तक नत होकर के प्रणमन कर। उस पर स्थित सोलह जिनगृह सब गृह में प्रतिमा मनहर।। उन सब जिनगृह जिनप्रतिमा को त्रय शुद्धी से वंदूं मैं। भक्तिभाव से नितप्रति प्रणमूँ शिवसुख सिद्धी हेतू मैं।।१।। विदिशाओं में गजदंताचल चार कहे हैं सुन्दरतम् । उनमें त्रिभुवनपति जिनवर के मंदिर शोभेंं अति...