11. ध्वजारोहण विधि
ध्वजारोहण विधि चाल शेर— श्रीमज्जिनेन्द्र का ये जगत् ईशिता का ध्वज। मकरध्वजादि शत्रु जीत का ये विजयध्वज।। जिन धर्म का प्रतीक ये उत्तुंग महाध्वज। विधिवत् यहाँ चढ़ाऊँ आज ये है जैन ध्वज।।१।। ॐ ह्रीं श्रीं क्षीं भू: स्वाहा। विधियज्ञप्रतिज्ञापनाय पुष्पांजलि:। जिनधाम के सन्मुख ध्वजा के यक्ष को यहाँ। पुष्पांजलि कर मंत्र से बुलाऊँ मैं यहाँ।।…