भगवान महावीर जन्मभूमि कुण्डलपुर पर संतों की दो टूक लेखनी
भगवान महावीर जन्मभूमि कुण्डलपुर पर संतों की दो टूक लेखनी प्रस्तुति-डॉ. अनुपम जैन, इंदौर १. ‘‘वीरसेन महाराज (आचार्य वीरसेन स्वामी) द्वारा धवला एवं जयधवला में लिखे गये वचन अकाट्य हैं। इनमें कुण्डलपुर का ही उल्लेख है। वैशालिक का अर्थ वैशाली से लगाना उचित नहीं। इस बाबत प्राचार्य नरेन्द्रप्रकाश जी का तर्क एवं विवेचन पुस्तक में…