भगवान श्री विमलनाथ जिनपूजा!
भगवान श्री विमलनाथ जिनपूजा अथ स्थापना नरेन्द्र छंद अमल विमल पद पाकर स्वामी, विमलनाथ कहलाये।भाव-द्रव्य-नोकर्म मलों से, रहित शुद्ध कहलाये।।आत्मा के संपूर्ण मलों को, धोने हेतु जजूूँ मैं।आह्वानन स्थापन करके, पूजा करूँ भजूँ मैं।। ॐ ह्रीं श्रीविमलनाथजिनेन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीविमलनाथजिनेन्द्र! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं। ॐ ह्रीं श्रीविमलनाथजिनेन्द्र! अत्र…