भूकम्प एक प्राकृतिक आपदा है, इसे रोका जा सकता है
भूकम्प एक प्राकृतिक आपदा है, इसे रोका जा सकता है ( सन् २००० में लिखित आलेख ) लेखिका—प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती माताजी २८ अप्रैल १९९९ की रात्रि में आए भूकम्प ने जहाँ जनमानस में दहशत की स्थिति उत्पन्न कर दी है, वहीं मानवता के प्रति कुछ सोचने को भी विवश कर दिया है। इस धरती पर…