आचार्य श्री शांतिसागर जी
आचार्य श्री शांतिसागर जी पारस चैनल के माध्यम से आचार्यश्री का गुणानुवाद किया। यह आचार्य परम्परा आगम परम्परा है। आचार्यश्री आगम के विरुद्ध न कोई बात करते थे, न आगम के विरुद्ध प्रवचन करते थे। ठीक इसी तरह उनकी प्राचीन शिष्या ज्ञानमती माताजी सैद्धान्तिक बाते बताती हैं। आगम के विरुद्ध एक शब्द नहीं बोलती हैं।...