21. जम्बूद्वीप और चैत्यालय
जम्बूद्वीप और चैत्यालय संजय-गुरु जी! इस जम्बूद्वीप में सुमेरुपर्वत, भोगभूमि, कर्मभूमि और विदेह क्षेत्र ये सब कहाँ-कहाँ हैं? गुरु जी-सुनो! एक लाख योजन विस्तृत जम्बूद्वीप में सबसे बीच में सुमेरुपर्वत है। यह एक लाख चालीस योजन ऊँचा है। पृथ्वी पर दस हजार योजन चौड़ा गोलाकार है। इसमें पृथ्वी पर भद्रसालवन है। उससे ५०० योजन…