विजय का सर्वोत्तम साधन—क्षमा!
विजय का सर्वोत्तम साधन—क्षमा श्रमण संस्कृति के अमर गायक आचार्य कुन्दकुन्द का उपदेश है— क्रोधोत्पत्ति के साक्षात् बाह्य कारण मिलने पर भी जो थोड़ा भी क्रोध नहीं करता उसका वह आचरण क्षमायुक्त है। यही है वीर पुरूष का आभूषण । मानव कभी इतना सुंदर नहीं लगता जितना कि उस समय जब वह क्षमा के लिये…