दीवान श्री जोधराजजी!
दीवान श्री जोधराजजी
इन्हें भी जाने ? क्रमांक प्रश्न उत्तर १. जीव के २ प्रकार संसारी और मुक्त जीव २. निर्जरा के २ प्रकार सकाम निर्जरा,अकाम निर्जरा ३ . आदिनाथ भगवान के २ नाम ऋषभदेव, आदिनाथ ४. पुष्पदंत भगवान के २ नाम पुष्पदंत, सुविधिनाथ ५. नय के २ भेद निश्चयनय, व्यवहारनय ६. काल के २ प्रमुख भेद अवसर्पिणी…
स्थावर जीव संसारी जीव के दो भेद हैं-त्रस और स्थावर। एकेन्द्रिय जीव को स्थावर जीव कहते हैं। इन जीवों के केवल शरीर रूप एक स्पर्शन इन्द्रिय ही होती है। स्थावर जीव के पाँच भेद हैं– पृथ्वीकायिक, जलकायिक, अग्निकायिक, वायुकायिक और वनस्पतिकायिक। पृथ्वीकायिक जीव अर्थात् पृथ्वी ही जिनका शरीर हो, जैसे मिट्टी, पाषाण, अभ्रक, सोना आदि।…
श्रीमति सुनीता जैन श्रीमति सुनीता जैन कालेज आफ इंजीनियरिंग रुड़की की उपाध्यक्षा हैं । आपने दिल्ली विश्वविद्यालय से 1973 में स्नातक एवं 1975 में ऑपरेशन रिसर्च जैसे नवोदित विषय में परास्नातक की उपाधि प्राप्त की । शिक्षा के अभिभूत विकास में विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आपने कोर के विकास में प्रत्येक…
कुन्दकुन्द देव भव्यात्माओं! दिगम्बर जैन आम्नाय में श्री कुन्द्कुन्दाचार्य का नाम श्री गणधरदेव के पश्चात् लिया जाता है। अर्थात् गणधर देव के समान ही इनका आदर किया जाता है और इन्हें अत्यन्त प्रामाणिक माना जाता है। यथा- मंगलं भगवान वीरो, मंगलं गौतमो गणी।। मंगलं कुन्दकुंदाद्यो, जैनधमोऽस्तु मंगलम्।। यह मंगल श्लोक शास्त्र स्वाध्याय के प्रारंभ में…