पश्चात् आनुपूर्वो!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पश्चात् आनुपूर्वो Exposition of something in reverse order. किसी वस्तु का विवेचन अन्त से लेकर आदि तक करना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पश्चात् आनुपूर्वो Exposition of something in reverse order. किसी वस्तु का विवेचन अन्त से लेकर आदि तक करना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पवन A king of rakshas dynasty, air. राक्षस वंश का एक राजा, वायु।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर्युदास अभाव Perceiving something in the relative absence of the other. किसी एक वस्तु के अभाव मे दूसरी वस्तु का सद्भाव ग्रहण करना। जैसे प्रकाश का अभाव की अंधकार है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर्यायार्थिक नय A type of standpoint describing the particular mode of any substance model standpoint. नय का एक भेद, पर्याय विशेष का कथन करने वाला नय।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर्याय Body form constant variations in the attributes of any matter are called paryaya. जो स्वभाव विभाव रुप से गमन करती है परिणमन करती है वह पर्याय है। अथवा द्रव्य मे प्रतिसमय होने वाला गुणो का परिणमन पर्याय कहलाती हैं।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पश्चात् स्तुति दोष A fault of food and hermitage pertaining to a saint. आहार एवं वसतिका का एक दोष। दान ग्रहण करने के पश्चात् साधु द्वारा ग्रहस्थ की प्रशंसा करना।
[[श्रेणी: स्पेशल वीडियो]] ==कॉस्मेटिक्स बनने की क्रिया == {” class=”wikitable” width=”100%” align=”center” “- ” {{#ev:youtube”HwGd3OhiFBI “320”center”}} “}
[[श्रेणी: स्पेशल वीडियो]] ==बोन चाईना के बर्तन == {” class=”wikitable” width=”100%” align=”center” “- ” {{#ev:youtube” ic6Ld6FmNbU “320”center”}} “}
सन्डे हो या मन्डे, कोई कभी न खाये अंडे संजय जैन क्या तुमने कभी सोचा है की – अंग लाश के खा जाए क्या फ़िर भी वो इंसान है ? पेट तुम्हारा मुर्दाघर है या कोई कब्रिस्तान ? आँखे कितना रोती हैं जब उंगली अपनी जलती है।। सोचो उस तड़पन की हद जब जिस्म पे…
अर्हं बीजाक्षर का ध्यान! – पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी सर्वप्रथम पद्मासन या अर्द्धपद्मासन लगाकर बैठें नासाग्र दृष्टि रखें नहीं तो आँख बंद करके भी बैठ सकते हैं ” योग मुद्रा में बैठें “अपने अंतर्चक्षु से देखें कि हमारे ह्रदय में एक सुन्दर कमल खिला हुआ है ” बहुत सुन्दर सोलह पंखुड़ियों का…