द्रव्य संग्रह (पद्यानुवाद)
द्रव्य संग्रह पुस्तक में 6 द्रव्यों का सुंदर एवं विस्तृत विवेचन किया है, आचार्य श्री नेमचंद द्वारा रचित मूल गाथाएं प्राकृत भाषा में है ,इसने प्राण समुघात,मार्गणा आदि का विशेष रूप से वर्णन 58 गांथाओं में किया है। इसका पद्यानुवाद पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने बहुत ही सरल एवं सरस शब्दों में किया है।
यह ग्रंथ सबके लिए मंगलमय हो