भगवान अरनाथ वन्दना
श्री अरनाथ वन्दना दोहा हस्तिनागपुर में हुये, गर्भ जन्म तप ज्ञान। सम्मेदाचल मोक्षथल, वंदूं अर भगवान।।१।। त्रिभंगी छंद पितु नृपति सुदर्शन सोमवंशवर, प्रसू मित्रसेना सुत थे। आयू चौरासी सहस वर्ष धनु, तीस तनू स्वर्णिम छवि थे।। गुरु तीस गणाधिप मुनि पचास, हज्जार आर्यिका साठ सहस। श्रावक इक लाख व साठ सहस, श्राविका लाख त्रय...