भगवान चन्द्रप्रभु जन्मभूमि चन्द्रपुरी तीर्थक्षेत्र चालीसा
भगवान चन्द्रप्रभु जन्मभूमि चन्द्रपुरी तीर्थक्षेत्र चालीसा दोहा चंदप्रभू के पदकमल, वन्दूं मन वच काय,रोग,शोक,संकट टले,सुख सम्पति अधिकाय ||१|| जन्मभूमि जिन चन्द्र की, नमन करूं शत बार ,चालीसा उनका कहूँ,मिले सुफल अविकार ||२|| चौपाई भारतभूमी गौरवशाली, अनुपम निधियां जिसने पा लीं ||१|| कई महापुरुषों की जननी, रत्नप्रसूता मंगलकरणी ||२|| हुए अनंतानंत जिनेश्वर , हर युग में...