आग्नेयी धारणा (Aagneyee Dharna)
आग्नेयी धारणा (Aagneyee Dharna) संस्थान विचय धर्मध्यान के चार भेद हैं- पिण्डस्थ, पदस्थ, रूपस्थ और रूपातीत। पिण्डस्थ ध्यान में श्री वर्धमान स्वामी ने पाँच धारणाएं बताई है। उनके बल से संयमी मुनि ज्ञानी होकर संसार रूपी पाश को काट डालता है। उनके नाम- पार्थिवी, आग्नेयी, श्वसना, वारूणी और तत्त्वरूपवती ये नाम हैं। ‘‘आग्नेयीधारणा’’ कर्मों को…