अहिंसा (Ahimsa)
अहिंसा (Ahimsa) जैन धर्म अहिंसा प्रधान है पर अहिंसा का क्षेत्र इतना संकुचित नहीं है जितना कि लोक में समझा जाता है, इसका व्यापार बाहर व भीतर दोनों ओर होता है। बाहर में तो किसी भी छोटे-बड़े जीव को मन,वचन, काय से किसी भी प्रकार हानि-पीड़ा न पहुंचाना, उसका दिल न दुखाना अहिंसा है और…