ऋजुसूत्रनय (Rijusutra naya)
ऋजुसूत्रनय (Rijusutra naya) नैगम,संग्रह, व्यवहार,ऋजुसूत्र, शब्द, समभिरूढ़ और एवम्भूत ये सात नय हैं, उनमें ऋजुसूत्र भी एक है। वस्तु के अनेक धर्मों में से किसी एक की मुख्यता कर अन्य धर्मों का विरोध नहीं करते हुए पदार्थ का जानना नय कहलाता है। भूत और भावी पर्याय को छोड़कर जो वर्तमान स्थूल पर्याय का ही ग्रहण…