04.2 जैन साहित्य का संक्षिप्त इतिहास
जैन साहित्य का संक्षिप्त इतिहास हिन्दी के प्रसिद्ध कवि मैथिलीशरणगुप्त ने एक कविता में लिखा है- अंधकार है वहाँ जहाँ आदित्य नहीं है। निर्बल है वह देश जहाँ साहित्य नहीं है।। अर्थ- किसी भी देश का गौरव वहाँ के साहित्य भण्डार से आंका जाता है यह बात कवि की पंक्तियों से स्पष्ट हो रही है।…