भगवान नेमिनाथ विधान
भगवान नेमिनाथ विधान
विषय-‘‘णमोकार मंत्र एवं चत्तारिमंगल’’ चन्दनामती– पूज्य माताजी! जिस णमोकार महामंत्र को सभी जैन लोग उच्चारण करते हैं उसके बारे में मैं आपसे कुछ पूछना चाहती हूँ। श्री ज्ञानमती माताजी-पूछो, क्या पूछना है? चन्दनामती-णमोकार मंत्र के प्रथम पद में कोई तो ‘णमो अरिहंताणं’’ पढ़ते हैं तथा कुछ लोगों को ‘‘णमो अरहंताणं’’ भी पढ़ते देखा है। इस…
विषय-‘‘कुर्वेऽहं या करोम्यहं?’’ चन्दनामती-पूज्य माताजी! इस परिचर्चा में मैं आपसे दिगम्बर जैन साधुचर्या और उनके प्रतिक्रमण संबंधी कुछ प्रश्न पूछना चाहती हूँ। श्री ज्ञानमती माताजी-पूछो, क्या पूछ रही हो? चन्दनामती-हम लोग जो प्रतिदिन दैवसिक-रात्रिक प्रतिक्रमण और चतुर्दशी को पाक्षिक प्रतिक्रमण करते हैं, उसमें सिद्ध, चैत्य आदि भक्तियाँ पढ़ने से पूर्व जो प्रतिज्ञा की जाती है…
विषय-‘‘जैनागम में वर्णित हवन विधि आवश्यक क्यों?’’ चन्दनामती–पूज्य माताजी! वंदामि, आपने श्रावकों को पूजा के विषय में जो आगम प्रमाण बताए, उनसे श्रद्धालुजन अवश्य संतुष्ट होंगे। अब मैं आपसे हवन विधि के बारे में कुछ समयोचित बातें पूछना चाहती हूँ। श्री ज्ञानमती माताजी-पूछो। चन्दनामती-पूजा विधानों के समापन में एवं पंचकल्याणक प्रतिष्ठाओं में अग्निकुण्डों में हवन…
पूजा में स्थापना आवश्यक क्यों? चन्दनामती-पूज्य माताजी! मैं आपसे जिनेन्द्र पूजा से सम्बन्धित कुछ जानकारी श्रद्धालुभक्तों के समक्ष प्रस्तुत करना चाहती हूँ। श्री ज्ञानमती माताजी-ठीक है, पूछो। चन्दनामती-आगम के अनुसार पूजा की सही विधि क्या है? कृपया बताने का कष्ट करें। श्री ज्ञानमती माताजी–पूजा विधि के परिज्ञान हेतु श्रावकों को श्रावकचार ग्रंथों का अध्ययन अवश्य…
आस्रव त्रिभंगी (प्रश्नपत्र-2)सही उत्तर एवं परीक्षाफल