कर्म का सिद्धांत द्वारा -आर्यिका सुदृष्टिमति माताजी प्रकृति के नियम अटल हैं। उन नियमों में एक है। ऊर्जा का सिद्धांत। इसके अनुसार एक बार उत्पन्त ऊर्जा को नष्ट नहीं किया जा सकता है। ठीक ऐसे ही कर्म का सिद्धांत भी कार्य करता है। एक बार किया गया कर्म बिना फल दिए कभी नष्ट नहीं होता…
विश्वास द्वारा -आर्यिका सुदृष्टिमति माताजी धर्मग्रंथों में वर्णन है विश्वासं फलं दायका। अर्थात किसी बात, वस्तु, आस्था या धर्म पर विश्वास से ही फल की प्राप्ति होती है। इसलिए • ‘मानो तो भगवान हैं और नहीं मानो तो पत्थर श्रीरामचरितमानस में श्रद्धा विश्वास को भवानी शंकर कहकर वंदना की गई है। इस प्रकार प्रत्येक कार्य…
षट् आवश्यक द्वारा -आर्यिका सुदृष्टिमति माताजी प्र. ३४४ : किसी कार्य को सम्पादित करने के पूर्व कौन-कौनसी बातें विचारणीय हैं? उत्तर : किसी भी कार्य के सम्पादित करने के पूर्व कुछ विषय आवश्यक विचारणीय होते हैं, जैसे प्रथम यह सोचे कि अमुक कार्य करना है तो क्यों? पुना इसे किस प्रकार करना चाहिये? इसका परिणाम…