03. श्री अजितनाथ जिन पूजा
पूजा नं. 2 श्री अजितनाथ जिन पूजा -अथ स्थापना-गीता छंद- इस प्रथम जम्बूद्वीप में, है भरतक्षेत्र सुहावना। इस मध्य आरजखंड में, जब काल चौथा शोभना।। साकेतपुर में इन्द्र वंदित, तीर्थकर जन्में जभी। उन अजितनाथ जिनेश को, आह्वान कर पूजूँ अभी।।१।। ॐ ह्रीं श्रीअजितनाथतीर्थंकर! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीअजितनाथतीर्थंकर! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ:…