(मतिज्ञान के विशेष भेद)
(मतिज्ञान के विशेष भेद) तात्पर्यवृत्ति-बहु है आदि में जिनके वे बहु आदि अर्थ विशेष हैं। उनके बहु, बहुविध, क्षिप्र, अनि:सृत, अनुक्त, ध्रुव और इनके प्रतिपक्षी-अल्प, अल्पविध, अक्षिप्र, नि:सृत, उक्त और अध्रुव ये बारह भेद हैं। इनमें प्रत्येक के अवग्रह आदि चार अर्थ विशेष को ग्रहण करने वाले होते हैं अत: उनके अड़तालिस भेद हो गये…