स्त्रियों के द्वारा जिनाभिषेक के प्रमाण
“…स्त्रियों के द्वारा जिनाभिषेक के प्रमाण…” (१) अत्यंतसुकुमारस्य, जिनस्य सुरयोषित:। शच्याद्या: पल्लवस्पर्श-सुकुमारकरास्तत:।।१७२।। दिव्यामोदसमाकृष्टषट्पदौघानुलेपनै: । उद्वर्तयन्त्यस्ता: प्रापु:, शिशुस्पर्शसुखं नवम्।।१७३।। ततो गंधोदवैâ: कुंभैरभिषिंचन् जगत्प्रभुं। पयोधरभरानम्रास्ता वर्षा इव भूभृतं१।।१७४।। शचि आदि देवियों ने अत्यंत सुकुमार जिनबालक के शरीर पर दिव्य सुगंधित चंदन विलेपन करके शिशु के स्पर्श के नूतन सुख का अनुभव किया। पुन: सुगंधित जल से भरे…