भगवान बाहुबली स्वामी
भगवान बाहुबली स्वामी ‘‘इस भरतक्षेत्र में भगवान ऋषभदेव के द्वितीय पुत्र भगवान बाहुबली ने भी एक वर्ष का योग धारण किया था।’ वे भावलिंगी मुनि थे। उन्हें अनेक ऋद्धियाँ प्रगट हो गयी थीं और मन:पर्ययज्ञान भी प्रकट हो गया था। यह मन:पर्ययज्ञान द्रव्यलिंगी मुनि के असंभव है। उनके मन में मिथ्याशल्य न होकर यह विकल्प…